Wednesday, January 28, 2015

Thursday, November 22, 2012

गीता - एक आवाज़, एक परवाज़, एक अंदाज़ या एक राज़?

 गीता-सार

फ़रीदपुर से एक लोरी  धीमे-धीमे सुरों में, धीरे-धीरे बम्बई (मुंबई) के कानों में रस घोलने लगी।
आजा री निंदिया - नई माँ (1946)

कहते हैं बच्चे भगवान् का रूप होते हैं, तो लोरी भी तो भजन का ही रूप हुई न? वो रसमय लोरी भजन में कब और कैसे परिवर्तित हो गई - पता ही नहीं चला!
घूँघट के पट खोल - जोगन  (1950)

और भजन जब दिल से गाया जाए तो एक इश्क़ बन जाता है। इश्क़ - जो ख़ुदा का ही एक रूप है, जब सर चढ़ता है तो बस!
मस्त चाँदनी झूम रही है - प्यार की बातें (1951)

और जब इश्क़  हो जाता है तो फिर ये तूफ़ान कहाँ रुकता है?
कैसे रोकोगे ऐसे तूफ़ान को - आनंद मठ (1952)

रॉयचौधरी अब दत्त हो चुकी थी और वो - वो, जो एक आवाज़ थी अब परवाज़ पकड़  चुकी थी।
  हम आपकी आँखों में इस दिल को बसा दें तो? - प्यासा (1957)

और प्यार जब हाथों से फिसलता है न तो  बहौत तकलीफ़ देता है
न जाओ सैयाँ छुड़ाके बैयाँ - साहिब बीबी और ग़ुलाम (1962)

तन्हाई दिल की पुर-दर्द आवाज़ बन जाती है 
जिया बुझा-बुझा नैना थके-थके---कोई दूर से आवाज़ दे चले आओ - साहिब बीबी और ग़ुलाम (1962)

आवाज़ का अंदाज़ बदलने लगा। आवाज़ आवाज़ न होके एक दर्द, एक टीस बन गई।
आज की काली घटा - उसकी कहानी (1966)

 और फिर जो उसकी जान था वही जाँ से जुदा हो गया -
मुझे जाँ न कहो - अनुभव (1971)

आवाज़ चली गई, एक राज़ रह गया - कोई चुपके से आके, सपने जगाके बोले के, मैं आ रहा हूँ - कौन आए ये मैं कैसे जानूँ ?
कौन आया जो वो आवाज़, वो दिलकश सदा, सदा के लिए अपने साथ ले गया? कोई जानता है ये राज़?

कोई चुपके से आके - अनुभव (1971)

Monday, August 20, 2012

Manju (1983) (Malayalam) (Sharat Sandhya) - Rasiya Mann Behkaaye (II) - Gulzar - MB Sriniwasan - Bhupinder

Manju (1983) (Malayalam) (Sharat Sandhya) - Rasiya Mann Behkaaye (II) - Gulzar - MB Sriniwasan - Bhupinder



फिल्म: मंजु (मलयालम) 
गीत: गुलज़ार
संगीत: ऍम. बी: . श्रीनिवासन
गायक: भूपेंद्र

रसिया मन् बहकाए
रसिया...रसिया...रसिया
रसिया मन् बहकाए

रूप रूप की रेखा छाने
रूप को पूजे, रूप को माने
रूप से धोके खाए
रसिया मन् बहकाए
रसिया मन् बहकाए

रसिया मन् बहकाए
रसिया...रसिया...रसिया
रसिया मन् बहकाए

रसिया मन् बहकाए

रस का लोभी रंग रंग भंवराए
रसिया मन् बहकाए
रसिया मन् बहकाए

रूप रूप की रेखा छाने
रसिया...रसिया...रसिया
रूप रूप की रेखा छाने
रूप को पूजे, रूप को माने
रूप से धोके खाए
रसिया मन् बहकाए
रसिया मन् बहकाए

दिन सेकूँ तो आँच न आए
रात निगोड़ी हिम बरसाए
दिन सेकूँ तो आँच न आए
रात निगोड़ी हिम बरसाए
चाँदनी आग लगाए
चाँदनी आग लगाए
रसिया मन् बहकाए
रसिया मन् बहकाए
रसिया... मन् बहकाए...

Saturday, January 14, 2012

Preeti Sagar Remembers Geeta Dutt

आज की काली घटा, मस्त मतवाली घटा (कैफ़ी आज़मी - कनु रॉय - गीता दत्त )

Friday, January 13, 2012

An old Ad (Can anyone confirm the artist?)

गाय छाप काला दन्त मंजन

Saturday, December 3, 2011

A Beautiful Song - एक खूबसूरत नग़मा


Gul Khilen Ya Na Khilen
Raat Ki Uljhan (Unreleased)
Lyricist - Gulzar
Music - Salil Chaudhury

गुल  खिलें  या  न  खिलें , बहार  में  हैं  रंग  बहार  के 
हरे -भरे  तेरे  रास्ते  मिले  हैं  प्यार  के , हो  हो  प्यार  के 
गुल  खिलें  या  न  खिलें , बहार  में  हैं  रंग  बहार  के 
हरे -भरे  तेरे  रास्ते  मिले  हैं  प्यार  के , हो  हो  प्यार  के

तुम  मिले  ये  जहां  मिल  गया , ये  ज़मीन  मिल  गई  आस्मां  मिल  गया 
तुम  खिले  ये  चमन  खिल  गया , मुझे  मेरी  मंज़िलों का  निशाँ मिल  गया 
तुम  मिले  ये  जहां  मिल  गया , ये  ज़मीन  मिल  गई  आस्मां  मिल  गया 
तुम  खिले  ये  चमन  खिल  गया , मुझे  मेरी  मंज़िलों का  निशाँ मिल  गया 
येही  चाँद-सी  ज़मीं देखें  हैं  नज़ारे  इस  गगन  तले
गुल  खिलें....

ये  हवा  ये  हसीं  वादियाँ , प्यार  के  झूलने,  प्यार  का  आशियाँ 
ये  हवा  ये  हवा  की  लहर , छू  के  जाते  हुए  कहती  है  ठहर 
ये  हवा  ये  हसीं  वादियाँ , प्यार  के  झूलने,  प्यार  का  आशियाँ 
ये  हवा  ये  हवा  की  लहर , छू  के  जाते  हुए  कहती  है  ठहर 
येही  ये  हसीं  ज़मीं  देखें  हैं  नज़ारे  इस  पे  मन  चले 
गुल  खिलें...


Gul Khilen Ya Na Khilen, Bahaar Mein Hain Rang Bahaar Ke
Hare-Bhare Tere Raaste Mile Hain Pyaar Ke, Ho Ho Pyaar Ke
Gul Khilen Ya Na Khilen, Bahaar Mein Hain Rang Bahaar Ke
Hare-Bhar Tere Raaste Mile Hain Pyaar Ke, Ho Ho Pyaar Ke


Tum Mile Ye Jahaan Mil Gaya, Ye Zameen Mil Gai Aasmaan Mil Gaya
Tum Khile Ye Chaman Khil Gaya, Mujhe Meri Manzilon Ka Nishan Mil Gaya
Tum Mile Ye Jahaan Mil Gaya, Ye Zameen Mil Gai Aasmaan Mil Gaya
Tum Khile Ye Chaman Khil Gaya, Mujhe Meri Manzilon Ka Nishan Mil Gaya
Yehi Chaand-si Zameen Dekhen Hain Nazaare Iss Gagan Tale
Gul Khilen....


Ye Hawa Ye Haseen Waadiyaan, Pyaar Ke Jhoolne, Pyaar Ka Aashiyan
Ye Hawa Ye Hawa Ki Leher, Chhoo Ke Jaate Hue Kehti Hai Thaher
Ye Hawa Ye Haseen Waadiyaan, Pyaar Ke Jhoolne, Pyaar Ka Aashiyan
Ye Hawa Ye Hawa Ki Leher, Chhoo Ke Jaate Hue Kehti Hai Thaher
Yehi Ye Haseen Zameen Dekhen Hain Nazaare Iss Pe Mann Chale
Gul Khilen...